जीते जी तो बहुत कम लोगों  ही देख पाऐ होंगें मटका किंग को लो अब मरणोपरांत तस्वीर मे ही देख लो
अच्छे बुरे दो किरदार होते हैं इंसान के.... जिसने जो चुन लिया वह उसी राह पर निकल पड़ा... शरीर तो नश्वर है पर आत्मा अमर है...

दो नंबर के धंधे से जुड़े लोगों की मानें तो मटका किंग "रतन खत्री" ने आज से करीब 20 वर्ष पूर्व सरकार से कहा था मेरा व्यापार पूरे भारत में वैलिड कर दो मैं बदले में देश के ऊपर जितना भी विदेशी कर्ज है उतारने के लिए तैयार हूं, परंतु उस वक्त सरकार के जो मुखिया थे, वे अब से कुछ वर्ष पूर्व ही ब्रह्मलीन हो गए तब सरकार ने इस पेशकश को नकार दिया था।

पूर्व संस्मरण...

 

संकलन धर्मेश जोहरे ( डी.के. )