उज्जैन का एक समाज सेवक जिसके दो रूप है,जो एक तरफ जरूरतमंदों की सेवा करता है तो वही दूसरी और गलत के खिलाफ आवाज भी बुलंद करता है । कोरोना महामारी के दौरान उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को मौत का अस्पताल कहाँ जाने लगा । जनता आरडी गार्डी के खिलाफ आक्रोशित हो गयी लेकिन उज्जैन के नेताओं के सामने डॉ महाडिक ज्यादा ताकतवर नजर आ रहा था । नेता आपस मे लड़ रहे थे लेकिन डॉ महाडिक का बाल भी बांका नही हो पा रहा था । उज्जैन के नेताओं को घोल कर पीने वाले डॉ महाडिक को उसके किये की सजा नही मिलने से उज्जैन की जनता में गुस्सा था । जनता सोशल मीडिया पर लगातार डॉ महाडिक ओर आरडी गार्डी पर कार्यवाही की मांग कर रही थी । लेकिन उज्जैन के नेताओं द्वारा जब न्याय नही मिल पाया तब एक नाम अंधेरे में भोर के उजाले के समान सामने आया वो नाम था । अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष सुरेंद्र चतुर्वेदी का जिन्होंने आरडी गार्डी हॉस्पिटल और डॉ महाडिक को कोर्ट में घसीटा ओर न सिर्फ घसीटा बल्कि डॉ महाडिक के माथे पर चिंता की लकीर भी खींच दी है । सबको घोल कर पी जाने वाले डॉ महाडिक को कोर्ट में घसीटने वाले सुरेंद्र चतुर्वेदी आज आरडी गार्डी में मृत लोगो के परिजनों की उम्मीद बन गए है । एक फ़िल्म थी अपरिचित जिसमे एक ही व्यक्ति के दो रूप थे एक रूप से वो नायक मानव सेवा करता था और दूसरा रूप काल का रूप था जिसमे वो जनता को सताने वालो को सजा देता था । सुरेंद्र चतुर्वेदी का एक रूप है जिसमे वो जरूरतमंदों की दिन-रात सेवा करते है । कोई भूखा न सोए उसके लिए उन्होंने परशुराम प्रसाद नाम से योजना चला रखी है जिसमे जरूरतमंद लोगों तक वे भोजन और राशन पहुंचा रहें है । योजना के अंतर्गत संपूर्ण उज्जैन क्षेत्र में सभी जरूरतमंद विप्र ब्राह्मण परिवारों सहित अन्य जरूरतमंद गैर विप्र परिवारों में भी परशुराम राशन प्रसाद राशन का वितरण किया जा रहा है,वही दूसरा रूप जिसमे वो समाज के दुश्मन डॉ महाडिक को सजा दिलाने के लिए दिन-रात जुटे हुए है । सुरेंद्र चतुर्वेदी द्वारा आरडी गार्डी और डॉ महाडिक के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई थी । याचिकाकर्ता सुरेंद्र चतुर्वेदी की ओर से तथा अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज की याचिका को शहर के प्रसिद्ध वकील मनीष मनाना पूरी मेहनत के साथ इस कानूनी लड़ाई में अहम योगदान दे रहे हैं ।
जन हित याचिका मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर में सुनवाई हेतु नियत की गई थी प्रस्तुत की गई याचिका क्रमांक 7408 /2020 पर मुख्य न्यायाधिपती श्री ए के मित्तल साहब एवं न्यायमूर्ति श्री विजय कुमार जी शुक्ल साहब की खंडपीठ में सुनवाई ऑनलाइन वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा की गई अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी की ओर से अभिभाषक पंडित मनीष मनाना ने याचिका के संबंध में माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ के समक्ष अपने तर्क प्रस्तुत किए आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की ओर से उनके अभिभाषक नमन नागरथ द्वारा बहस की गई मध्यप्रदेश शासन प्रमुख सचिव स्वास्थ्य मध्यप्रदेश शासन एवं जिला कलेक्टर उज्जैन की ओर से कोई अभिभाषक उपस्थित नहीं हुए । याचिका के संबंध में बहस करते हुए आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज तथा उनके डीन श्री महाडिक की ओर से उनके अभिभाषक ने प्रस्तुत याचिका की पोषनीयता (ग्राह्यता) के संबंध में आपत्ति प्रस्तुत की किंतु माननीय उच्च न्यायालय खंडपीठ ने उनकी इस आपत्ति को अमान्य करते हुए उन्हें निर्देश दिया कि पहले आप मूल याचिका का जवाब प्रस्तुत करें ।
चुकि सुरेंद्र चतुर्वेदी अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष और अभिभाषक भी है । उनके साथ समाजजनों का पूर्ण सहयोग रहता है । उनकी एक आवाज पर लॉक डाउन में भी समाजजन स्वयं की जान की परवाह न करते हुए गरीब परिवारों तक भोजन एवं राशन की व्यवस्था करने में निरंतर सहभागी बन रहे है ।
परशुराम प्रसाद योजना के संयोजक पंडित श्री तरुण उपाध्याय एवं पं.श्री सुरेश मोढ़ ने बताया कि हमारा उद्देश्य है कोई भी उज्जैन में कोई भी जरूरतमंद भूखा न सोए इस हेतु हम निरंतर प्रयासरत है । इस कार्य मे हमे अनेकों समाज सेवियों तथा जय गुरुदेव आश्रम का भी सहयोग प्राप्त हुआ है । साथ ही कोरोना से बचाव हेतु पूर्व अध्यक्ष राज्य कर्मचारी कल्याण समिति अध्यक्ष पंडित रमेश चंद्र शर्मा , पुष्पा शर्मा द्वारा दिए गए मास्क समाजजनों में वितरित किए गए । परशुराम प्रसाद योजना में अनेकों समाजजनों का सक्रिय सहभाग रहा है । जिनमे मुख्य रूप से पंडित शैलेंद्र द्विवेदी, पंडित विनय कुमार ओझा, पंडित शैलेंद्र द्विवेदी, सुनील व्यास, वीरेंद्र त्रिवेदी ,पंडित राहुल व्यास, सांदीपनि आश्रम शशांक त्रिवेदी, पंडित महेंद्र उपाध्याय ,अरविंद उपाध्याय ,विकास तिवारी ,पंडित कपिल शर्मा ,राजेंद्र बिल्लोरे आदि है ।
लेखन एवं संकलन मिलिन्द्र त्रिपाठी