भारत मे कोरोना वायरस संक्रमितों का आंकड़ा नियंत्रण में चल रहा था । तभी एक नाम देशभर में सामने आया। यह नाम था तब्लीगी जमातियों का । जब तक देश मे बहुत कम लोग होंगे जो इस जमात को जानते होंगे लेकिन आज कोरोना का जिक्र होते ही याद आ जाता है कि शुरुआती चरण में बहुत अधिक नियंत्रण में चलने वाले कोरोना को भारत मे एकदम से बूस्टर देने का काम तब्लीगी जमातियों ने किया । तब्लीगी जमातियों पर यह बात में नही बोल रहा हूँ बल्कि आज देश का बच्चा-बच्चा यही बात बोल रहा है । ये बात ऐसे ही नही बोली जा रही है बल्कि इसके पीछे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा दिया गया डाटा आधार है । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया था कि तबलीगी जमात से संबंधित मरीज देश के 23 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि देश में करीब 30% कोरोना मरीज सिर्फ तबलीगी जमात से संबंधित हैं। यही नहीं, कोविड-19 मरीजों की संख्या के लिहाज से टॉप 10 राज्यों में पांच राज्य ऐसे हैं जहां जमाती मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है।
अप्रैल माह में दिया हुआ वसीम रिजवी का एक बयान याद आता है । केंद्रीय शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा है कि तबलीगी जमात ने घातक जानलेवा वायरस फैलाकर भारत पर ‘फिदायीन’ हमले की योजना बनाई थी। रिजवी ने एक बयान में कहा कि जमातियों ने वायरस फैलाकर एक लाख से अधिक लोगों को मारने की योजना बनाई थी। उज्जैन जिले के कुछ लोग भी तब्लीगी जमात का अहम हिस्सा है । सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उज्जैन नगर के 4 नम्बर वार्ड में गरीब बस्ती में एक तब्लीगी जमाती अब उज्जैन पहुंच गया है । चुकि अब तक वो उज्जैन नही आ पाया था । इसने अपने आने की सूचना प्रशासन को दी या नही यह जांच का विषय है । लेकिन इसने आते ही बताए गए नियमों की धज्जियां जरूर उड़ाना शुरू कर दी । घर मे रहकर इसके बाहर घूमने पर सख्त पाबन्दी जरूर लगाई गई होगी । लेकिन यह आराम से पूरे मोहल्ले में घूम रहा है अपने दोस्तों से मिल रहा है । कुछ इसके प्यारे दोस्त घर भी पहुंच रहें है और घर आकर वो अपने इस तब्लीगी जमाती दोस्त से मिल भी रहें है । घण्टों की चर्चा क्या हो रही है यह तो हम नही जानते लेकिन हमारे सूत्रों का कहना है कि चर्चा घर के बाहर खड़े होकर एवं चौराहे पर खड़े होकर घण्टो तक कि जा रही है । आस-पास के बहुत कम लोग जानते है कि यह तब्लीगी जमाती है । इसलिए इससे मिलने आने वालों का घटनाक्रम सबको सामान्य प्रतीत हो रहा है । उज्जैन में वैसे ही बहुत खतरनाक स्थिति है ऐसे में तब्लीगी जमाती का लौट आना और घर के बाहर आराम से घूमना बड़ी लापरवाही की तरफ इशारा कर रहा है । उज्जैन में कोरोना का आंकड़ा बुधवार,20 मई शाम तक 481 हो गया है । प्रशासन पूरी मेहनत भी कर रहा है । तपती धूप में घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है । सर्वे में परिवार के लोगो से पूछा जाता है आपके घर मे कोई बीमार तो नही ? यहां अंदेशा है कि अनेक लोग जानकारी छुपा भी रहें होंगे । जो कि गलत है । प्रशासन सभी मेडिकल पर यह अनिवार्य कर दें कि सर्दी-खांसी या सामान्य बुखार की गोली लेने डायरेक्ट आये लोगो के आधार कार्ड का फोटो मोबाईल में लेकर एवं मोबाइल नम्बर दर्ज करके गोली दी जाए । यह डाटा स्वास्थ्य विभाग को दिया जाए इससे वास्तविक ऐसे बीमार सामने आएंगे जो अपनी बीमारी छुपा रहें है । उम्मीद है प्रशासन हमारे सुझाव पर जरूर ध्यान देगा । ताकि उज्जैन को जल्द से जल्द कोरोना मुक्त किया जा सकें ।
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लेखन एवं संकलन मिलिन्द्र त्रिपाठी