शाहिद कबूतर, माजिद मामू और मोहसिन कचौड़ी ने किया पुलिस पर जानलेवा हमला


कांग्रेस ,आप और राकांपा जमात के पक्ष में बोले और भोपाल में शर्मसार कर देने वाली घटना घट गई ।


कभी-कभी ऐसा होता है जिससे बहुत आश्चर्य होता है । कोरोना के समय आपके लिए जान जोखिम में डालकर पुलिस और स्वास्थ्य कर्मी काम कर रहें है और एक खास वर्ग जगह-जगह उन पर हमला कर रहा है । मजे की बात यह कि कल ही इंदौर में हमले के लिए इस खास वर्ग के उद्योगपतियों ने अखबारों में माफीनामा प्रकाशित करवाया था और आज फिर यह घटना घटित हो गयी । उज्जैन के जांसा पूरा में भी कल स्वास्थ्यकर्मियों पर पुष्प वर्षा की गई थी अभी यह पॉजिटिव सन्देश इस वर्ग विशेष द्वारा सोशल मीडिया पर चल ही रहा था कि भोपाल की घटना सामने आ गयी । मेने ऐसा क्यो लिखा कि पुलिस कर्मी जान हाथ पर लेकर काम कर रहें है तो इसके पीछे कारण है कल उज्जैन के नीलगंगा थाने के टी आई श्री पाल कोरोना संक्रमित पाए गए । ऐसे अनेक पुलिस वाले और स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित मिल रहे है और उनके अधिक संक्रमित होने की संभावना है । आपकीं आंखों देखा है कि पुलिस आपके लिए जान हाथ मे लेकर काम कर रही है फिर भी डंडे और चाकुओं से उन पर हमला करना कहाँ तक जायज है । इंदौर वो वीडियो भी आपने देखा होगा महिला स्वास्थ्य कर्मियों पर जान निकाल लेने की दृष्टि से जो हाथ मे आया वो फैका जा रहा था । इंदौर में स्वास्थ्यकर्मियों के बाद भोपाल में पुलिस पर हमला हुआ है। भोपाल के तलैया थाना क्षेत्र स्थित इतवारा इलाके में भीड़ पुलिस बल पर डंडे और चाकू से हमला किया है। दो पुलिसकर्मी हमले में जख्मी हुए है। शिवराज सिंह चौहान  ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने इन जाहिलों पर रासुका लगाने की तैयारी कर ली है । भोपाल में 15-16 जाहिलों की भीड़ ने दर्जन भर पुलिसकर्मियों पे हमला किया है। भोपाल के तलैया इलाके में आधी रात को लोग लॉक डाउन का उल्लंघन कर रहे थे, पुलिसकर्मी वहां रोकने पहुंचे थे। हमले में दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान इसे लेकर बहुत नाराज हैं। भीड़ ने दो पुलिसकर्मियों के कंधे और हाथ पर चाकू से हमला किया है। ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हमला करने वाले लोगों को चेताया है कि किसी को हम नहीं छोड़ेंगे। हमला करने वाले लोगों पर रासुका लगाई जाएगी। सीएम शिवराज सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि दिन-रात एक कर जनता को इस महामारी से बचाने में लगे पुलिसकर्मियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रविवार को तलैया को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। पुलिस की टीम सोमवार की रात भीड़ इकट्ठा होने की सूचना पर यहां निकली थी। एसएचओ डीपी सिंह ने कहा कि करीब 11.15 बजे रात को एक गली युवाओं की एक भीड़ दिखी। पुलिस ने उन सभी को घर जाने को कहा। उसके बाद उनलोगों ने पुलिस पर डंडे और चाकू से हमला कर दिया। कांस्टेबल लक्ष्मण यादव और सतीश सिंह इसमें घायल हुए हैं।


 ★ऐसे हमले क्यो हो रहें है क्योंकि इन गलत हरकतों में भी कांग्रेस ,आप ओर रांकपा ऐसे लोगों के समर्थन में कूद पड़ी है । 



आम आदमी पार्टी विधायक अमनातुल्लाह खान का 2 ट्वीट - "कोरोना जैसी महामारी के टाइम में भी, हमारी मीडिया एक ख़ास मज़हब को बदनाम करने, और मुल्क में नफ़रत फैलाने का काम कर रही है, जबकि हम जानते हैं कि कोरोना पूरी दुनिया में  चीन से आया है।"
2 ट्वीट "मुख़्तार अब्बास नक़वी और आरिफ़ मुहम्मद खां जैसे दलाल बताएंगे कि मौलाना साद साहब जैसे बुज़ुर्ग क्या हैं और मरकज़ निज़ामुद्दीन में क्या होता है इन जैसे लोगों ने कोरोना को भी मुसलमान बना दिया अफ़सोस।"
ट्वीट 1 पर मेरा जवाब - हर हमले के पीछे आपका खाश मजहब ही क्यों है ,आया चीन से लेकिन फैलाया तो जमातियों ने है :-तो आखिर अमनदुल्ला खान तुम बताओ कि हम मीडिया वालों का काम है न्यूज दिखाना अब जो होगा वो दिखाना पड़ेगा । जमात के कारण कोरोना फैला बच्चे-बच्चे जानते है । अब भोपाल में तुम्हारे लोगों ने पुलिस पर हमला किया और इंदौर में स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले किये गए । हमला होने के अगले सेकंड ही सोशल मीडिया पर वीडीयो आ जाता है । तुम्हे रोकना है तो जमात के लोगो को और तुम्हारे लोगो को रोको । 
ट्वीट 2 के जवाब :- जिस मौलाना को तुम साहब कह रहे हो वो हजारों मुसलमानों को मौत में धकेलने वाला जाहिल है । एक राज्यपाल को तुम दलाल कह रहे हो इस पर भी सजा का प्रावधान है । कोरोना को मुसलमान कोई और नही बना रहा यही जाहिल मौलाना साद बना गया । इसने  जो कहाँ जनता सब सुन चुकी है और ऐसे देशद्रोहियों के खिलाफ मीडिया लिखेगी और दिखाएगी भी तुम जैसों को चाहे कितनी ही मिर्ची लगे । 
कांग्रेस और रांकपा भी कूदी तब्लीकि जमात के पक्ष :-
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने दिल्ली के मरकज की घटना का उल्लेख करते हुए सवाल उठाया है कि क्या हजरत निजामुद्दीन मरकज की घटना को खबरों में बार-बार दिखाना जरूरी है? सोमवार को पवार फेसबुक लाइव के जरिए राज्य के लोगों को संबोधित कर रहे थे। खासतौर से टीवी समाचार चैनलों की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि यदि दिल्ली सरकार ने सावधानी बरती होती, तो समाचार चैनलों को एक वर्ग विशेष के बारे में ऐसी छवि प्रस्तुत करने का मौका न मिलता। पवार का मानना है कि देश में कोरोना का बढ़ता प्रभाव देखते हुए दिल्ली सरकार को हजरत निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी, जैसे महाराष्ट्र सरकार ने जमात के कार्यक्रम को अनुमति नहीं दी थी।
मेरा जवाब - जब ये जाहिल बार-बार ऐसी हरकत कर रहें है तो क्यो नही दिखाया जाए ? यह नंगे अस्पताल में घूम रहे, मीडिया के पास तो वीडियो भी आ गए तो लेकिन हम तुम जैसे बेशर्म नही जो ऐसी हरकतों के वीडियो चलाते और तुम्हे इन नंगे जाहिलों से इतना प्यार है तो तुम इन्हें अपने घर ले जा सकते हो । अरविंद केजरीवाल तुम्हारा खास मित्र है तुमने उसे अपना ज्ञान क्यो नही दिया, तब तुम्हारा अनुभव तब कहाँ चला गया था । घटना घटित होने के बाद तो बच्चा भी बोल देता है ऐसा नही वैसा करना था । 
पवार का कहना है कि अब यदि यह घटना हो भी गई है, तो इसे रोज-रोज दिखाने की जरूरत है क्या? ऐसा करके आप किस तरह की परिस्थिति का निर्माण कर रहे हैं, इसका विचार करने की जरूरत है। पवार ने सलाह दी है कि हमें इस बात की चिंता करनी चाहिए कि समाज में कटुता बढ़ने के बजाय सामाजिक सौहार्द्र किस तरह बढ़े। इसके साथ ही पवार ने सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे जहरीले संदेशों पर भी नाराजगी जाहिर की है।
मेरा जवाब :- तुम हमे दिखाने से रोकने की बजाए तुम्हारे प्यारे कोम वालो से बोलो वे ऐसी हरकत न करें ।जब हरकते होगी ही नही तो कोई क्या दिखायेगा । 



महाराष्ट्र के कांग्रेस नेता व पूर्व राज्यसभा सदस्य हुसैन दलवई ने भी तब्लीगी जमात के खिलाफ चल रही खबरों पर नाराजगी जताते हुए कहा है कि बेवजह एक संगठन को निशाना बनाकर मुस्लिमों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने खुलकर जमात का पक्ष लेते हुए कहा कि तब्लीगी जमात ने कभी देश विरोधी काम नहीं किया है।दलवई ने कहा कि तब्लीगी जमात से पहले विश्र्व हिंदू परिषद पर प्रतिबंध लगना चाहिए। बता दें कि एक दिन पहले विश्र्व हिंदू परिषद ने ही तब्लीगी जमात पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। इसका जवाब देते हुए दलवई ने कहा कि विहिप का एकमात्र उद्देश्य हमें हिंदुत्व की ओर ले जाना है। 



मेरा जवाब :- विश्व हिंदू परिषद तो लोगो की सेवा कर रही है इस कोरोना संकट में और तेरी प्यारी जमात के लोग कोरोना फैला रहें है । नंगे नाच रहें है स्वास्थ्यकर्मियों पर थूक रहें है । और पुलिस वालों पर चाकुओं से जानलेवा हमला कर रहें है । पूरा देश चाहता है मौलाना साद को फांसी दी जाए और जमात को प्रतिबंध लगाया जाए । जब हर ऐसी घटना के पीछे मुस्लिम होंगे तो उन्हें बदनाम करने की जरूरत किसी को न होगी वो खुद बदनाम अपने हाथों से होंगे और ऐसे नंगे जाहिलों से पूरा धर्म बदनाम होगा। 



लेखन एवं संकलन मिलिन्द्र त्रिपाठी