कोरोना महामारी के बीच आखिर सलमान खान ने ऐसा क्या सच कह दिया जिसे सुनकर जाहिल अपने सर के बाल खींच रहे होंगे

इंदौर में टाटपट्‌टी बाखल इलाके में डॉक्टरों की टीम पर पत्थर बरसाने की घटना हो या उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कोरोना संक्रमित के परिवार को क्वारैंटाइन करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला या इंदौर के चंदन नगर में घर के भीतर जाने के लिए कहने पर उपद्रवियों ने पुलिस जवान को दौड़ाकर पत्थर मारे थे । या फिर भोपाल में पुलिस जवान पर जानलेवा हमला हो या फिर जमात के लोगो का अस्पताल में नग्न अवस्था मे घूमना हो या किसी वर्ग विशेष के व्यक्ति द्वारा पुलिस पर थूकना ,हमला करना ,नर्सो को अश्लील इशारे करना,थूक लगाकर फल बेचना हो इन सब मामलों में एक वर्ग विशेष के नाम लगातार सामने आ रहें थे । इतने घिनोने काम के बाद भी किसी अल्पसंख्यक नेता ने न तो आगे आकर इन लोगो को समझाइश दी, न इन्हें ऐसा करने से रोकने की बात की जिसका असर यह हुआ कि ऐसी घटना रुकने की जगह फैलने लगी । आज जब अभिनेता सलमान खान का वीडियो देखा तो लगा कि चलो किसी मे तो सच को सच कहने की हिम्मत है । यह सच जब कोई नेता नही बोल पा रहें थे तो अभिनेता ने यह काम कर दिखाया उनका वीडियो देखने के बाद जमात के लोग बाल खिंच-खिंच कर सलमान को मन ही मन कोसेंगे लेकिन सच कहने के साहस के कारण मुझ जैसे करोड़ो भारतीय को उन-पर नाज है । उनके वीडियो में उन गरीबो को भी लड़ाई का हीरो बताया जो घर मे भूखे है लेकिन बाहर आकर कोरोना नही फैला रहें है । ऐसे लोगो के जज्बे को सलाम करके उन्होंने एक सन्देश दिया है कि देश के लिए इस वक्त बाहर न निकलना भी आपका देश के लिए किया गया कार्य है । यह भी एक तरह की जंग में आपको योद्धा की भान्ती ही खड़ा माना जाने वाला कार्य है । 

पुलिस स्वास्थ्यकर्मियों पर हुए हमलों को उन्होंने शर्मनाक बताया। हमला करने वालों को वीडियो के माध्यम से फटकार भी लगाई।कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे हमारे पुलिसकर्मी, डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ मारपीट और बदसलूकी की घटना को लेकर अभिनेता सलमान खान ने अपने ही ढंग से सख्त नाराजगी वीडियो के माध्यम से जाहिर की है। उन्होंने एक वीडियो जारी कर ऐसे लोगों को जमकर लताड़ लगाई है। सलमान ने कहा कि ऐसे गंवार और जोकरों की वजह से पूरा हिंदुस्तान लंबे समय तक घरों में कैद रहेगा। जो हमारी जान बचा रहे हैं, हम उन पर ही पत्थर बरसा रहे हैं... अस्पताल से भाग रहे हैं, कहां भाग रहे हो... हमें भी बता दो, जिंदगी की और या मौत की ओर। कोरोना संकट के बीच हमारी जान बचा रहे इन योद्धाओं के साथ मध्य प्रदेश, बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत कई राज्यों में इस प्रकार की अमानवीय घटनाएं सामने आई हैं।

सलमान ने वीडियो में समाज के इन दुश्मनों को जमकर फटकारा....

ये गंवार हैं, डाॅक्टर आपकी जान बचाने आए, नर्स आपकी जान बचाने आईं और आपने उन पर पत्थर बरसा दिए। जो कोरोना से संक्रमित पाया जा रहा है... वाह... वह हॉस्पिटल से भाग रहा है। भाग के जाओगे कहां, किस ओर भाग रहे हो... जिंदगी की ओर भाग रहे हो या मौत की ओर भाग रहे हो। यदि ये डाॅक्टर तुम्हारा इलाज नहीं करते और पुलिस सड़कों पर नहीं होती तो चंद लोगों की वजह से... जिनके दिमाग में यह चल रहा है कि हमें नहीं होगा, वे हिंदुस्तान के ढेर सारे लोगों को लेकर चल बसेंगे।

चंद जोकरों की वजह से यह बीमारी फैलती जा रही , मैं उनकी बात समझता हूं, जिनके पास कुछ खाने को नहीं है। बच्चों को खिलाने को नहीं है। मैं उन्हें सलाम करता हूं,क्योंकि वे जानते हैं कि परिवार गुजर जाने से बेहतर है कि बिना खाए-पिए यह वक्त गुजर जाए। बहुत अच्छा काम हो रहा है। ऐसा लग रहा है कि हिंदुस्तान एक-दूसरे से दिल से जुड़ा है। लेकिन चंद जोकरों की वजह से यह बीमारी फैलती जा रही है। यदि आपके एक्शन ऐसे नहीं होते तो पुलिस के री-एक्शन वैसे नहीं होते। यदि आपके एक्शन ऐसे नहीं हाेते तो हजारों डॉक्टर, नर्स, पुलिस और अवाम के हजारों लोगों को कोरोना वायरस नहीं होता। इतने लोगों का काम तमाम नहीं होता और अब तक हम सब वापस से काम में लग गए होते।

सलमान ने पूछा - आप यमराज बनना चाहते हो

सलमान ने कहा- कोरोना चाइना से शुरू हुआ, चाइना में कब का खत्म हो गया। लेकिन इन चंद लोगों की वजह से पूरा हिंदुस्तान लंबे समय के लिए घर पर बैठेगा। मान लिया बड़े ताकतवर हो आप... बड़े बहादुर हो आप... इतने बहादुर... इतने ताकतवर हो आप कि अपने परिवार वालों को कांधा दोगे... उनकी अर्थी उठाओगे। इतना बड़ा जिगर है आपका। क्यों आप यमराज बनना चाहते हो और क्यों अपने परिवार पर इन इललाहे और राम नाम सत्य है, पढ़ना चाहते हो। हर बात के दो पहलू होते हैं। इसके भी दो ही हैं। एक यह कि हम सब रहें, दूसरा यह है कि कोई ना रहे।

(वीडियो को सुनकर हूबहू टाइप करने का प्रयास किया गया है इसमें सारे शब्द सलमान खान के द्वारा कहे गए लिए गए है।)


  "लेखन एवं संकलन मिलिन्द्र त्रिपाठी"