दवा व दुआओं से मिटेगा कोरोना का जहर- कोरोना पर कविता
ये कोरोना का कहर है इसे धरा से हटा देना 

स्वच्छता के शस्त्र से इस बेरी को मिटा देना ।

दुनिया की हवाओ में विष घुला है इस कदर -

हाथ धोओ मास्क बांधो ये कहर मिटा देना 

इटली, जर्मनी,चीन यूरोप का मंजर देख लो 

भय मुक्त होकर खुद को महफूज कर लो।

दूर दूर रहो भीड़ से बार बार धोओ  हाथ -

ध्वस्त हो जाएगा कोरोना सत्य है मान लो।।

दुःख दर्द में हम तुम सदा साथ खड़े है 

विश्वयुद्ध भी हम तुम सदा साथ लड़े है।

करोंना से  लड़कर जीतेंगे ये जंग साथियों -

गुलशन को बचाने हमारे अब कदम बड़े है।।

जिंदगी तो है रब की अनमोल दौलत साथियों

इसे बचाओ कोरोना की कयामत से साथियों

सर्दी ,बुखार हो तो चिकित्सक को बताओ-

कोरोना से लड़कर बचाओ  जीवन साथियों।

 अमन की खुशबू से जहाँ महफूज रखना

व्याधियों से मुक्त सदा ये गुलशन रखना।

जिंदगी बदहाल न हो मेरे दुश्मन की भी-

ए मालिक सबको जहां में खुशहाल रखना ।।

कोरोना से द्वंद युद्ध मे सब साथ चलिए 

विभत्स वक्त है यह चिकित्सक से मिलिए ।

दवा व दुआओं से मिटेगा कोरोना जहर -

सुखद प्रभात होगी फिर थोड़ा धैर्य रखिये ।।


 रमेशचंद्र चांगेसिया"प्रभात"
राष्ट्रीय ओजस्वी कवि बडनगर