★शाहरुख ,इशरत जहां ,ताहिर हुसैन यह 3 नाम है दिल्ली में 47 लोगो की हत्या के पीछे।
गंदे काले नाले में से यदि कुछ निकालने जाओगे तो गंदगी ही आपके हाथ लगेगी । बच्चे अपने माँ बाप से ही सब कुछ सीखते है । भारत के सिस्टम में बाप को कई बार पकड़ा छोड़ा - पकड़ा छोड़ा का खेल हुआ । तब उसके बेटे ने देखा कि इस देश मे कुछ भी कर दो कोई सजा नही होती । फिर क्या था बेटा जेहादी हो गया और लोगो को खुलेआम गोली मारने लगा । अब तक आप समझ गए होंगे । दिल्ली में पुलिस वालों पर गोली चलाने वाला शाहरुख याद है न आपको उसके बाद जब उसके फोटो वायरल हुई तो वो भी जान बचाने के लिए दर दर भागता फिर रहा था ओर ऐसे देशद्रोही की मदद कर रहा था उसका बाप । आखिर इस आतंकवादी बेटे के अपराध की सजा इसके पिता को भी देनी चाहिए इन दोनों को एक साथ फांसी पर चढ़ा देना चाहिए । देशद्रोही मोहम्मद शाहरुख को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के शामली से गिरफ्तार कर लिया। शाहरुख ने 24 फरवरी को जाफराबाद में पुलिस जवान पर पिस्तौल तानी थी और 8 राउंड फायरिंग की थी। वह बीते 8 दिनों से भागे - भागे फिर रहा था।शाहरुख फायरिंग के बाद पानीपत, कैराना, अमरोहा जैसे अलग-अलग शहरों में छिपता रहा और शामली से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। शाहरुख के पिता साबिर राणा जो की खुद बहुत बड़े ड्रग्स तस्कर है । जिन्होंने युवा पीढ़ी को खोखला करने का बिजनेश ख़ोल रखा है । इसी ने शाहरुख को जगह-जगह छुपाया अब पुलिस को बाप बेटे दोनो को थर्ड डिग्री लेकर शहीद हुए जवानों का बदला लेना चाहिए । दिल्ली दंगो में मारे गए 47 लोगो मे से 8 की हत्या का केस इसी शाहरुख और उसके बाप पर चलाना चाहिए । शाहरुख का अब्बा साबिर ड्रग्स तस्करी से जुड़ा है। वह पंजाब से ड्रग्स की तस्करी कर दिल्ली के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों में सप्लाई करता था। उस पर मादक पदार्थ अधिनियम के तहत कई मामले दर्ज हैं। फिर भी उसे बाहर रखने की गलती की गई ऐसे लोगो को ताउम्र जेल में रखना चाहिए ताकि बाहर जाकर ये कोई गंदगी न पैदा कर सकें । कुछ टीवी चैनल इस अपराधी का नाम न्यूज में न लेकर इसे गोली चलाने वाले के नाम से पुकार रहे है अरे यार अपराधी के नाम लेने से कैसी शर्म । नाम है मोहम्मद शाहरुख । गिरफ्तार होने के बाद पुलिस को सारे कागज तुरन्त दिखाने वाले शाहरुख और देश विरोधी लोगो यही कागज तुम्हे NRC, NPR, CAA
में दिखाने थे तब तुम कहते फिर रहे थे मर जायेंगे कागज नही दिखाएंगे तो अब क्यो दिखाए कागज यही कागज दिखाने पर तुमने 8 गोली चलाई तो बताओ फिर तुम ही कागज सब दूर दिखाते फिर रहे हो इतने डरपोक पैदा हुए थे तो क्यो हीरो बनने चलें थे । कुछ टीवी चैनल अनुराग मिश्रा नामक व्यक्ति के साथ इसे अनुराग मिश्रा साबित करने में लगे थे आज उनको भी करारा तमाचा मिला है इसका नाम मोहम्मद शाहरुख ही सब दस्तावेज में है । शाहरुख ,इशरत जहां ,ताहिर हुसैन यह 3 नाम है दिल्ली में 47 लोगो की हत्या के पीछे । शाहरुख ने न केवल पुलिस पर पिस्टल तानी थी बल्कि 8 राउंड फायर भी किया था। गिरफ्तारी के डर से बचने के लिए वह फरार हो गया था। शाहरुख दिल्ली के थाना उस्मानपुर का रहने वाला है। शाहरुख के साथ ही उसका परिवार भी फरार था और उनके घर के बाहर ताला लटका हुआ है। शाहरुख के परिवार में एक बड़ा भाई और मां-बाप हैं, पूरा परिवार अपराधों में लिप्त रहा है बाप तो आदतन अपराधी ही है । दिल्ली हिंसा में आरोपी ताहिर हुसैन को लेकर भी पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने शनिवार को भी दिल्ली से लेकर ताहिर के पैतृक गांव अमरोहा तक छापेमारी की मगर उसका कहीं कुछ पता नहीं चला। पुलिस ने ताहिर हुसैन के रिश्तेदारों और उसके करीबियों की लिस्ट तैयार की है। पुलिस उनसे भी पूछताछ कर रही है। अंकित शर्मा के परिजनों ने ताहिर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं, लिहाजा उसकी तलाश की जा रही है। पुलिस उसके जल्द गिरफ्तार होने को लेकर कदम उठा रही है । 3 संलिप्त अपराधी इशरत जहां 26 फरवरी को जगतपुरी इलाके के खजूरी में कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां की मौजूदगी में गोलियां चली थीं। इस मामले में दर्ज एफआइआर के मुताबिक इशरत जहां ने भीड़ को उकसाते हुए कहा कि हम चाहें मर जाएं, लेकिन हम यहां से नहीं हटेंगे, चाहे पुलिस कुछ भी कर ले, हम आजादी लेकर रहेंगे। इसी दौरान प्रदर्शनकारियों में शामिल खालिद नामक शख्स ने भीड़ से कहा कि पुलिस पर पथराव करो। इन 3 किरदारों को पकड़ कर थर्ड डिग्री दी जाए तो दिल्ली हिंसा की जड़ो पर पहुंचा जा सकता है यह तीनों पर आतंकवादीयों पर लगाये जाने वाले कानून के तहत कार्यवाही होनी चाहिए ।
लेखक -मिलिन्द्र त्रिपाठी