★एप्पल और सैमसंग पर पुराने फोन धीमे करने के आरोप में 124 करोड़ की पैनल्टी :-
अब स्मार्टफोन क्या होता है यह बताने की आपको जरूरत नही है । आज दुनिया का बच्चा - बच्चा जानता है कि स्मार्ट फोन क्या होता है । ऐसा लगता है मानव को बनाने वाला एक अंग जोड़ना भूल गया था जिसे मानव ने स्वयं जोड़ लिया इस अंग का नाम है स्मार्टफोन । आज के समय में स्मार्टफोन (Smartphone) हर किसी के हाथ की शोभा बना हुआ है। स्मार्टफोन आज के समय में हर किसी के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है। आज फोन सिर्फ बात करने का एक जरिया नहीं रह गया है अपितु मनोरंजन(Entertainment) के अलावा अन्य जरूरी कार्यों के लिए भी लोग स्मार्टफोन पर आश्रित हैं।स्मार्टफोन के बिना आज के युग की कल्पना तक नही की जा सकती है । सुबह उठते ही टाइम देखना हो या सोते समय अलार्म लगाना हो सब काम इसी स्मार्टफोन से होता है । एक पल अपना स्मार्टफोन छोड़ना किसी के लिए संभव नही इसमें ऐसे - ऐसे लॉक लगाए जाते है ताकि कोई दूसरा इसे ख़ोल न सकें । परिवार के सभी सदस्य पास बैठकर भी आपस मे बात न करते हुए इसी फोन में दिन - रात लगे रहते है । एक कमरे में यदि 10 लोग बैठे है, तो आपस मे कोई बात नही करता, सब ऑनलाइन दुनिया मे खोए रहते है । अपने पसन्द के वीडियो ,चैट में हर कोई व्यस्त है छोटे बच्चे गेम कार्टून तक इसी स्मार्टफोन में देखते है । यहां तक कि 4 साल तक के छोटे बच्चे भी मोबाइल न मिलने पर रोते है और मोबाइल मिल जाने पर चुप हो जाते है । अब आखिर "शीर्षक" में इतने खतरनाक शब्दो को क्यो लिखा गया आइए अब करते है सबसे बड़े घोटाले का खुलाशा ।
इटली के शहर रोम से आई इस खबर ने खोली पोल :-
इटली की कंज्यूमर अथॉरिटीने एपल और सैमसंग पर 124 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है। दोनों कंपनियों पर आरोप है कि वे अपने पुराने फोन जानबूझकर धीमे कर देती हैं। एपल पर 10 मिलियन यूरो (83.46 करोड़ रुपए) और सैमसंग पर 5 मिलियन यूरो (41.73 करोड़ रुपए) का जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा दोनों कंपनियों को अपनी इटैलियन वेबसाइट पर अथॉरिटीके फैसले की जानकारी देनी होगी।दोनों ही कंपनियां गलत व्यापारिक नीतियों के तहत काम कर रही हैं। वे सॉफ्टवेयर अपडेट करने के बहाने पुराने फोन धीमे कर देती हैं।दोनों कंपनियों की यह हरकत यूजर्स को नए मोबाइल खरीदने के लिए उकसाती है।एपल और सैमसंग नए सॉफ्टवेयर को नए फोन में ही देना पसंद करती हैं।
सिर्फ एक या अधिकतम दो साल की उम्र :- आप कितना ही सँभाल के रख लीजिए इन स्मार्टफोन को कम्पनी इस तरह बनाती है कि एक या दो साल के अंदर - अंदर यह अपने आप खराब होने लगता है । सबसे पहले प्रोसेस बहुत धीमी होने लगती है । फिर बैटरी लाइफ कम होने लगती है ,फिर यह गर्म होने लगते है । बार - बार ब्लेक आउट होने लगता है और परेशान होकर व्यक्ति नया फोन तलाशने पर मजबूर हो जाता है ।
10 हजार का हो या 1 लाख का सबकी हालत एक जैसी :- 10 हजार का मोबाइल हो या 1 लाख का सबकी हालत यही है साल दो साल चलते है फिर अपने आप खराब होने लगते है । बैटरी लाइफ कम होने लगती है ,स्पेस की एरर आने लगती है फोन गर्म हो जाता है या 100 प्रतिशत चार्ज फोन भी चंद घण्टे बाद 0 प्रतिशत पर आकर बन्द हो जाता है ।
एक साल की वारंटी ,वारंटी खत्म मोबाइल खत्म -: कम्पनी योजना बनाकर ग्राहकों को लूट रही है, कम्पनी कोई सी भी हो सब की सब एक जैसी है । दुकान से मोबाइल खरीदो या ऑनलाइन कोई सुनने वाला नही सर्विस सेंटर पर साल पूरा हो जाने के बाद । छोटी सी समस्या आ जाने पर भी हजारों का बिल थमा दिया जाता है । चुकी मोबाइल के बिना रहना इतना मुश्किल हो गया है कि व्यक्ति एक हाथ के बिना रह सकता है लेकिन मोबाइल के बिना बैचेन हो जाता है । ताबड़तोड़ कही से भी पैसे की व्यवस्था करके वो मोबाइल ले ही आता है । जिनके घरों पर पक्की छत नही है वो लोग भी स्मार्टफोन के बिना नही रहते । घर की छत पक्की करने की जगह वो मोबाइल लेना पसंद करते है ।
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