मेरे देश की राष्ट्रप्रेमी जनता को ह्रदय से सलाम 


★एक सलाम देश की जनता के नाम।


पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों को नमन... । 14 फरवरी 2019, दिन गुरुवार, वक्त 3.30 बजे...कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों के काफिले से एक गाड़ी टकराई और भयंकर धमाके के बाद सड़क पर हमारे सैनिकों के शव नजर आने लगे। कश्मीर में जवानों पर हुआ तीन दशक का ये सबसे बड़ा हमला था। जैश ए मोहम्मद द्वारा अंजाम दिए गए इस हमले ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया। हमले को अंजाम देने वाला था 20 साल का आदिल अहमद डार जिसने 350 किलो विस्फोटक से भरी एसयूवी को सीआरपीएफ के काफिले से टकरा दिया था। सैनिकों के शहादत को आज पूरे देश ने सलाम किया , सैनिकों को याद किया । कुछ लोग व्यंग करते थे कि देश की जनता की राष्ट्रभक्ति केवल 26 जनवरी ओर 15 अगस्त केवल दो दिन के लिए बाहर आती है । लेकिन मेरे देश की जनता ने बता दिया कि देशभक्ति उनकी रगों में हमेशा दौड़ती है,क्योंकि कल सोशल मीडिया पर हर नागरिक ने वीडियो ,पोस्टर बनाकर वीर शहीदों को याद किया और न सिर्फ सोशल मीडिया पर बल्कि देश भर के हर शहर में श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया गया । यह आयोजन भी नागरिकों ने किया । उज्जैन के टॉवर चौक पर हुए ऐसे ही आयोजन किया गया जब में वहां अपनी श्रद्धाजंलि देने पहुंचा मेने एक दृश्य देखा वहां पर सभी शहीद जवानों के फोटो का बड़ा बैनर लगा था और हर निकलने वाला नागरिक जैसे मंदिरों -गुरुद्वारे में सर झुकाते हुए निकलते है वैसे ही वहां भी निकल रहे थे । मेरा सलाम आप जैसे हर नागरिक को है गर्व होता है कि में भारत का नागरिक हूँ । एक सैनिक देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देता है आतंकवादी यदि देश मे घुस जाते है तो आम जनता को ही निशाना बनाते है इन बम धमाकों में कई परिवार उजड़ जाते है, ऐसे आतंकवादियों को ठिकाने लगाने का काम सीमा पर चौकसी करता हर जवान करता है ताकि हम चैन की नींद सो सकें हमारा परिवार सुरक्षित चैन की सांस ले पाता है, क्योंकि हमारे वीर सैनिक सीमा पर खड़े है । भारत सरकार के एक कदम पर मुझे बहुत गर्व हुआ । राष्ट्रीय राजमार्ग अथाॅरिटी (एनएचएआई) ने सभी टोल प्लाजा को सर्कुलर जारी कर आदेश दिए हैं, कि जब भी टाेल से सैनिक गुजरें तो उस समय उन्हें सलाम करें। ऐसा ने करने पर कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी और उनकी नौकरी भी जा सकती है।सर्कुलर में टाेल ऑपरेटराें काे निर्देश दिए गए कि वे कर्मचारियाें काे जवानाें का सम्मान करने की ट्रेनिंग दें। उच्च अधिकारी ही सशस्त्र सेना के जवानों के आईडी देख सकता है। लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी हाे सकती है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार टोल प्लाजा पर छूट के लिए सैनिक का यूनिफॉर्म में होना जरूरी नहीं है। आर्मी, एयरफोर्स एक्ट 1901 के अनुसार उन्हें टोल से छूट मिली हुई है। इसका पालन अब हर टोल बूथ पर करना जरूरी है। अन्यथा कार्रवाई हो सकती है।मोदी जी ने एक बार कहाँ था हमारे सैनिक आपको जहां दिखे उन्हें सलाम करें उनका सम्मान करें यदि आप एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन पर बैठे हो तो सैनिक के  सम्मान में खड़े हो जाये । उन्हें सलाम करें । सैनिकों का सम्मान क्या होता है? इसकी हम ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस या चीन से सिख सकते है । हर जगह, सामान्य व्यक्ति सैनिकों के सम्मान में स्वतः अभिवादन करता है।



आपका बलिदान याद रखेगा हिंदुस्तान :-
शहीद जवानों के नाम :-
1. अवधेश कुमार यादव, बहादुरपुर, मुगलसराय, चंदौली, उत्तर प्रदेश 
2. पंकज कुमार त्रिपाठी, महराजगंज, उत्तर प्रदेश 
3. विजय कुमार मौर्य, छपिया जयदेव, भटनी, देवरिया, उत्तर प्रदेश।
4. अमित कुमार, रायपुर, शामली , उत्तर प्रदेश।
5. रामवकील , विनायकपुर, मैनपुरी, उत्तर प्रदेश।
6. प्रदीप कुमार, बनत, शामली, उत्तर प्रदेश ।
7. रमेश यादव, तोफापुर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश ।
8. कौशल कुमार, रावत, केहराई, आगरा, उत्तर प्रदेश ।
9. प्रदीप सिंह, अजान, कन्नौज, उत्तर प्रदेश ।
10. श्याम बाबू, रायगवान, कानपुर देहात, उत्तर प्रदेश ।
11. अजीत कुमार आजाद, लोकनगर, उन्नाव, उत्तर प्रदेश ।
12. वीरेंद्र सिंह, मोहम्मदपुर भूरिया, उधम सिंह नगर, उत्तराखंड।
13. मोहन लाल बनकोट, उत्तरकाशी, उत्तराखंड ।
14. रतन कुमार ठाकुर, रतनपुर, भागलपुर, बिहार।
15. संजय कुमार सिन्हा, मसौढ़ी, पटना, बिहार।
16. विजय सोरांग, बनगुटू, गुमला, झारखंड।
 17. नितिन शिवाजी राठौर , बुलडाना, महाराष्ट्र।
18. जीतराम, सुंदरवाली, भरतपुर, राजस्थान।
19. कुलविंदर सिंह, रौली, आनंदपुर साहिब, पंजाब।
20. मानेश्वर बासुमतारी, तामुलपुर, बस्का, असम। 
21. नसीर अहमद, डोडासान, रजौरी, जम्मू कश्मीर।
22. जयमल सिंह, धर्मकोट, मोगा, पंजाब।
23. सुखजिंदर सिंह, पट्टी, तरनतारन, पंजाब।
24. तिलकराज, जावली, कांगड़ा, हिमाचल प्रदेश।
25. रोहितास लांबा, शाहपुरा, जयपुर, राजस्थान।
26. वसंत कुमार, वायाथीरी, वायनाड, केरल।
27. जी सुब्रमनयम, सबलपेरी, तूतीकोरीन, तमिलनाडु।
28. गुरु एच, डोडी, मंड्या, कर्नाटक।
29. मनोज कुमार बेहरा, रतनपुर, कटक, ओडिशा।
30. नारायण लाल गुर्जर, बिनौल, राजसमंद, राजस्थान।
31. हेमराज मीणा, विनोद कला, कोटा, राजस्थान।
32. संजय राजपूत, लखानी, बुलढाना, महाराष्ट्र।
33. मनिंदर सिंह, आर्यनगर, दीनानगर, गुरदासपुर,पंजाब। 
34. अश्विनी कुमार काछी, कुदावाल, जबलपुर, मध्य प्रदेश। 
35. सुदीप विश्वास, हंसपुकरिया, नदिया, पश्चिम बंगाल।
36. शिवचंदर सी, कारगुडी, आरियालूर, तमिलनाडु।