★शरजील भारत को इस्लामिक देश बनाना चाहता था ।
★ नीरज प्रजापति की हत्या पर रोष।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड करता सवाल:- सेना पर पत्थर मारने वाले मासूम हो सकते है तो गोपाल क्यो नही ?
गांधी जी ने कहां था हिंसा को प्रेम से जीता जा सकता है उनकी पुण्यतिथि पर एक भटके हुए नौजवान को आतंकवादी कह कर कुछ वामपंथी पुकार रहे है और सोशल मीडिया पर इसे धर्म से जोड़कर ट्रेंड करने की कोशिश की जा रही है। गोपाल हिन्दुआतंकवादी इसके पीछे उनका तर्क है कि उसने जय श्री राम का नारा लगाकर गोली चलाई इसी के प्रतिउत्तर में कमेंट किया गया कि कसाब ने गोली चलाते वक्त अल्लाह हो अकबर कहा था तो क्यो न उसे मुस्लिम आतंकवादी मान लिया जाए । कुछ कमेंट में कहां जा रहा है कि हर आतंकवादी मुसलमान होता है तो क्यो न इस्लाम को आतंकवादियों का धर्म मान लिया जाए इस तरह के कमेंट से 2 दिनों से सोशल मीडिया भरा पड़ा है । वही लोगो का सोशल मीडिया पर कहना है कि गोपाल का निशाना कोई व्यक्ति नही बल्कि वो भीड़ थी जिससे दिल्ली ही नही पुरे देश की जनता परेशान है जो बहकावे में आकर नागरिकता संसोधन कानून का विरोध कर रहे है । आखिर क्यों लोग इतने उग्र विचार रख रहे है । कल ऐसा क्या हुआ चलिए पहले घटना पर गौर करते है ।
गोपाल हवा में पिस्तौल लहराते हुए बोला कि आओ मैं तुम्हें आजादी देता हूं और फिर उसने गोली चला दी :- सी. ए. ए.-एन. आर.सी.(CAA-NRC)के विरोध में जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के छात्रों ने गुरुवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर जामिया से राजघाट तक नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मार्च निकाला। इस मार्च के दौरान उस वक्त चारो तरफ हड़कंप मच गया जब एक नाबालिक युवक ने प्रदर्शन के दौरान गोली चला दी, जिसमें एक प्रदर्शनकारी कश्मीरी छात्र घायल हो गया है। वहीं, पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए गोली चलाने वाले युवक को उसी वक्त गिरफ्तार कर लिया और उससे सघन पूछताछ कर रही है।उसके फेसबुक पोस्ट से मिली जानकारी और स्वयं के द्वारा पुलिस की पूछताछ के दौरान बताया कि वह कासगंज में हुए तिरंगा यात्रा के दौरान मारे गए छात्र चंदन का बदला लेना चाहता था।शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन से भी काफी आक्रोशित था। जेवर से शाहीन बाग प्रदर्शन को खत्म करने की बात उसने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखी है। साथ ही एक पोस्ट में गोपाल लिखता है, ‘मैं यहां अकेला हिंदू हूं, मेरे घर का ध्यान रखना,आज़ादी दे रहा हूं यही नहीं, उसकी फेसबुक पर प्रोफाइल में उसके समर्थन में बहुत अधिक लोग कमेंट भी आ रहे हैं ।
बड़ा सवाल फिर यही उठता है कि कल से कुछ नेता चिल्ला रहे है कि अनुराग ठाकुर के बयान के बाद यह हादसा हुआ है जबकि अनुराग ने तो देश के गद्दारों को गोली मारने का नारा लगवाया था । फिर क्यो यह कहाँ जा रहा है कि गोली चलाने वाला इस नारे से प्रभावित है तो क्या बोलने वाले यह मान रहे है कि जामिया में जो आंदोलन कर रहे है या शाहीनबाग में जो आंदोलन कर रहे है वो गद्दार है । देश मे आजादी के गलत नारे लगाने वालों के साथ या देश को इस्लामिक स्टेट बनाने की सोच रखने वालों के साथ इस तरह का बड़ा हादसा हो सकता है इसका अनुमान तो बोलने से पहले देशद्रोहियों को रखना चाहिए ।
पुलिस सूत्रों की खबर देशद्रोही शरजील भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने के सपने देखता है :- देशद्रोह के केस में गिरफ्तार जेएनयू छात्र देशद्रोही शरजील इमाम भारत को इस्लामिक देश बनाने का मंसूबा रखता है। यह बड़ी जानकारी दिल्ली पुलिस की पूछताछ में सामने आई है। बता दें कि शरजील फिलहाल दिल्ली पुलिस की रिमांड पर है। सूत्रों के अनुसार देशद्रोही शरजील ने यह भी मान लिया है कि उसकी वायरल विडियोज से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। फिलहाल एतिहात के तौर पर उसके भाषण वाली विडियोज को फारेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। न्यूज एजेंसियों को पुलिस सूत्रों ने बताया है कि शरजील कट्टरपंथ से बहुत ज्यादा प्रभावित है और उसे गिरफ्तारी का कोई मलाल नहीं है। ऐसे में सोशल मीडिया पर लोगो का कहना है कि क्रिया की प्रतिक्रिया में गोपाल जैसे नाबालिक नौजावन भटक कर हिंसा की राह अपना लेते है ।नीरज प्रजापति की हत्या पर रोष :-देश भर में नागरिकता संसोधन कानून के पक्ष में रैलियां ओर जुलूस निकाल गए थे इसी कड़ी में लोहरदगा में निकाले गए जुलसू पर हुई हिंसा में घायल नीरज राम प्रजापति की सोमवार को रांची के रिम्स में मौत हो गई। रिम्स के ट्रामा सेंटर में उसका इलाज चल रहा था। लोहरदगा में हुई हिंसा में घायल होने के बाद उन्हें रांची के ऑर्किड अस्पताल में भर्ती किया गया था। यहां से 2 दिन के इलाज के बाद ब्रेन हेमरेज व स्थिति गंभीर बताकर उसे रिम्स रेफर कर दिया गया था। सीएए के समर्थन में निकाले गए तिरंगा यात्रा के दौरान पत्थरबाजी में नीरज घायल हो गया था। न्यूज एजेंसी को आईजी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि इस उपद्रव के मामले में 16 उपद्रवियों की पहचान हुई है,पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है,सोशल मीडिया पर विशेष समुदाय (शान्तीदूतो) पर जुलूस के हमले एवं पत्थर बरसाने की बात कही जा रही है । जिसके कारण नीरज प्रजापति की मृत्यु हुई और लोगो के अंदर इस मामले को लेकर बहुत ज्यादा रोष है ।