एक तरफ ट्रंप डीडीएलजे के शाहरुख का जिक्र कर रहे थे दूसरी ओर शाहरुख नागरिकों पर गोली चला रहा था


अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने उद्बोधन में शाहरुख खान की फ़िल्म का जिक्र किया । लेकिन दूसरी तरफ एक शाहरुख पुलिस और आम नागरिकों पर गोली चलाकर आतंक को अंजाम दे रहा था । युवा दिखने वाले इस शख्स ने आमजन और पुलिस को निशाना बनाते हुए कई फायर किए ।  नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान पुलिस पर गोलियां चलाने वाले लाल टी-शर्ट में शख्स की पहचान कर ली गयी है । गोली चलाने वाले शख्स का नाम शाहरुख है ।गोली चलाने वाले आरोपी शाहरुख़ को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है । वही दिन-रात हमारी चौकसी करने वाली पुलिस जो को रविवार तक कि छुट्टी न लेकर दिन-रात हमारी सेवा करती है, उसके एक बहादुर जवान को गोली मार दी गयी । क्यो मार दी गोली क्योकि वो हिंसा करने से रोक रहा था । पुलिस जवान अपना फर्ज निभा रहा था, दंगाई ने उसे ही गोली मार दी । गोकुलपुरी में दो समूहों के बीच उग्र झड़प के दौरान दिल्ली पुलिस के प्रधान आरक्षक  रतन लाल की मौत हो गई. रतन लाल राजस्थान के सीकर के मूल निवासी थे. वह साल 1998 में दिल्ली पुलिस में आरक्षक के रूप में शामिल हुए थे. रतन लाल एसीपी गोकलपुरी के कार्यालय में तैनात थे । उनके परिवार में पत्नी और 3 बच्चों थे । अब उनका क्या होगा ? गोली मारने वाले ने यह तक नही सोचा कि जिसे गोली मारी जा रही है उसके पीछे उसका परिवार होगा । उसकी पत्नी बेहद बीमार है वह आरक्षक स्वयं बीमारी में अपना फर्ज निभा रहा था । उसे गोली मार दी । एक परिवार उजाड़ दिया । लेकिन उसके बाद भी हिंसक झड़प रुकने का नाम नहीं ले रही । शाहीनबाग में जो शान्ती का ड्रामा कर रहे थे वो ही चंद किलोमीटर दूर मौत का नंगा नाच कर रहे है । शाहरुख ने जाफराबाद सड़क पर पुलिस के सामने गोलियां चलाई थी। शाहरुख ने 8 राउंड फायरिंग की थी। पुलिसवालों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं रूका और गोलियां बरसाते रहा। वहीं हिंसा का असर बच्चों पर भी पड़ा है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं फिलहाल स्थगित कर दी है। दो घरों को जलाने के दंगाई कृत्य की भी भरसक निंदा की जानी चाहिए । उम्र लग जाती है पैसे जोड़कर घर बनाने में जलाने वाले ने चंद मिनट में उसे राख कर दिया । उस पेट्रोल पंप वाले कि क्या गलती थी जिसका कारोबार जला दिया गया । वहां रोजगार कर रहे लोग कहाँ जायेगे । क्या पेट्रोल भरवाते समय भी कोई आपसे दस्तावेज मांग रहा था, क्या इस कारण आपने आग लगा दी । कितना दुखद है । इन सबसे ज्यादा दुखी करने वाली एक और बात है यह जानकारी मिली कि यह सब सोची समझी साजिश के तहत किया जा रहा है । ट्रंप के सामने भारत की छवि को धूमिल करने के लिए यह षड्यंत्र रचा जा रहा है । कितना घृणित कार्य है देश से प्यार करने वाला कभी ऐसे घट्टिया काम नही करता । जब सुप्रीम कोर्ट कह रही है कि आपको शांतिपूर्ण आंदोलन की आजादी है तो फिर आंदोलन के नाम पर हिंसा क्यो ? दुसरो की गाड़ी जलाना आसान है । अपनी गाड़ी जलाओ ,अपनी दुकान जलाओ ,अपनी कार  जलाओ ,बोलो कि मुझे सी ए ए पसन्द नही में खुद के घर को आग लगा रहा हूँ । तब माने की आपने विरोध किया । विरोध के नाम पर लोगो की दुकान एक दिन के लिए बल प्रयोग करके बन्द करवा दी क्या दम है कि तुम्हारी दुकान जब तक बन्द रखो जब तक सी ए ए वापस न हो ? ये करो न विरोध करना ही है तो लाचार परेशान लोगो को ताकत दिखाने से क्या फायदा ,जाओ पाकिस्तान में घुसकर आतंक वादियों पर गोली मारो । ये निहत्थे लोगो पर तो कायर गोली चलाते है । आज वहीं एहतियात के तौर पर पांच मेट्रो स्टेशन, जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एंक्लेव और शिव विहार बंद कर दिए हैं। दिल्ली में मरने वालों की संख्या लेख लिखे जाने तक 9 हो चुकी है । इस शाहरुख के कारण उन लोगो की बोलती बंद हो गयी है जो कह रहे थे कि समुदाय विशेष शान्ती पूर्ण आंदोलन कर रहा था । इन्ही के आंदोलन के मंच से ओवैसी के सामने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाया गया और अब यही देशद्रोही दंगाई पुलिस पर गोली चला रहे है । अभी तक 135 आम जन घायल है, इतनी बड़ी संख्या में लोग घायल हो रहे है, इससे अंदाज लगाया जा सकता है हिंसा कितने बड़े पैमाने पर हुई होगी ।
जहां पुलिस पर गोली चली और एक पुलिस जवान शहीद हुए । आज पत्रकार पर भी गोली चली और पत्रकार जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहा है ।एक निजी मीडिया चैनल के पत्रकार (आकाश) को गोली लगी है ।वह हिंसा की खबर कवरेज कर रहे थे,उन्हें जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है । संविधान की रक्षा करने का बोलने वाले अब गोली चला रहे है, जो कल तक कह रहे थे हम संविधान के रक्षक है, वो आज अपने मौखोटो से बाहर आये । आज इस घटना ने पूरे देश मे शांति प्रिय धरने का ढोंग करने वालो को जग जाहिर कर दिया है । कल ट्रंप ने अपने भाषण में इस्लामिक आतंकवाद को बड़ा खतरा बताया था और उसके अगले दिन शाहरुख को 8 राउंड फायरिंग के जुल्म में गिरफ्तार किया गया है । आंदोलनकारी के भेष में कही यह आतंकवादी तो नही है ? वही कुछ लोग शाहरुख के गोली चलाने का जिम्मेदार कपिल मिश्रा को मान रहे है । आखिर कपिल मिश्रा कैसे इसके जिम्मदार हो गए यह कोई बताने को तैयार ही नही है । पुलिस जवान गोली का मुकाबला लाठी से करता दिख रहा है । कितनी लाचार व्यवस्था है मेरे देश की कब पुलिस को अधिकार दिए जाएंगे । हिम्मत पुलिस वाले कि देखिए लाठी लेकर मोर्चा संभाल रखा है । पीछे नही हटा एक कदम भी इस जज्बे को देश सलाम करता है । 



(लेखक मिलिन्द्र त्रिपाठी)