आज इतिहास का लंबा चौड़ा बजट भाषण पड़ा गया । इसमें सरकार ने क्या दिया क्या न दिया वो जनता के समक्ष आ चुका है ।बजट से सबसे ज्यादा उम्मीद बांधे बैठे लोग निराश हो गए । बड़ी-बड़ी कम्पनी भी कुछ मिलने की आस में बैठी थी कुछ न मिलने से लम्बी गिरावट के साथ शेयर मार्केट नीचे आ गया । बेरोजगारों को उम्मीद थी सरकार कुछ बड़ा कदम उठाएगी लेकिन हुआ वही जिसका अंदेशा था चुकी चुनाव हुए अभी एक साल हुआ है 4 साल बाकी है तो आखरी साल में बेरोजगारों और गरीबो को याद करने की सरकार ने सोच रखी होगी,जब तक के लिए सरकार ने बेरोजगारों को उनके हाल पर छोड़ दिया । फिर देश के कई राज्यो में भाजपा की सरकार चली गयी है तो बेरोजगारी के मुद्दे पर कोसने के लिए उनके पास राज्य सरकारे भी है । किसानों के साथ वही हुआ फिर दुगनी आय के नाम का झुनझुना पकड़ा दिया गया । बजाते रहो 3 साल इसे फिर चुनावी वर्ष में आपको याद किया जाएगा । कश्मीर को बहुत पैसा दिया गया ये अच्छी बात है वहां विकास पहुंचेगा तो आतंकवाद खत्म होगा यह सोच अच्छी है ।
कौशल विकास के नाम का बजट चट करने में लगे है कौशल विकास केंद्र :-
कौशल विकास के नाम पर बजट तो दिया जाता है लेकिन धरातल पर कौशल विकास भी एक सर्टिफिकेट का टुकड़ा देने वाले संस्था बन गए है । बेरोजगार डिग्रियों के कागज के साथ इस नए कागज को लेकर घूमते-फिरते है,लेकिन उन्हें रोजगार नही मिलता हां इन केंद्रों में उनके साल और पैसे जरूर बर्बाद हो जाते है । यह ट्रेनिंग सेंटर स्वयं का फायदा देखते है इन्हें किसी के कौशल विकास से कोई लेना-देना नही है ।
बजट में वीआईपी ट्रेनों की बाते जनरल कोच की बात तक नही:-
रेल के जनरल डब्बे पर बढ़ता भार किसी को नही दिखता । मंत्री जी ने फिर सपना दिखाया वाईफाई ओर तेज स्पीड ट्रेनों का लेकिन जनरल डब्बे में धक्का-मुक्की खाने वालों के लिए कुछ नही सोचा । सोचना भी क्या वो तो दूसरे ग्रह से आये लोग है जो खड़े-खड़े यात्रा करने धक्के खाने के लिए ही पैदा हुए है । उनके बारे में सोचकर क्यो कोई अपना समय बर्बाद करें ।
किसानों को दिखाया एक और नया सपना :-
आपकी फसल आपके खेत से ले जाने के लिए फ्रिज वाले डब्बो से बनी ट्रेन चलाई जाएगी । साहब यहां किसानों की फसल पर फसल बर्बाद हो गई है,मुआवजा देने की घोषणा करने की जगह आप लोगो ने फिर नए सपने दिखा दिए । सपने दिखाओ पर वर्तमान के लिए भी तो कुछ देना चाहिए ।
जानिए बजट में जिस बिंदु को सबसे ज्यादा प्रशंसा मिल रही है :-
★5 लाख तक की आमदनी पर कोई टैक्स नहीं।
★5 लाख से 7.5 लाख तक की आमदनी पर 10 फीसदी टैक्स।
★7.5 लाख से 10 लाख तक की आमदनी पर 15 फीसदी टैक्स।
★10 लाख से 12.5 लाख तक की आमदनी पर 20फीसदी टैक्स।
★12.5 लाख से 15 लाख तक की आमदनी पर 25फीसदी टैक्स।
★15 लाख से अधिक की आमदनी पर 30 फीसदी टैक्स।
◆ बैंक डूब गई तो भी आपकी खाते में जमा 5 लाख तक कि राशि पर कोई आंच नही आएगी । जम्मू कश्मीर को बजट में मिले 30,700करोड़ रुपये :-
वित्त मंत्री ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर के लिए 30,700करोड़ रुपये के बजट की घोषणा की, भारत के वृद्धि दर के आंकड़ों पर विवाद के संबंध में वित्त मंत्री ने कहा कि आधिकारिक आंकड़ों के प्रस्तावित नई नीति के तहत नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
शिक्षा बजट में नाममात्र की बढ़ोतरी:
भारत के शिक्षा मंत्रालय को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए-99,300 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है,जो कि पिछले साल की तुलना में थोड़ा अधिक है,वित्त वर्ष 2019-20में शिक्षा मंत्रालय का बजट-94,853 करोड़ रुपये था।
प्रमुख बिंदु जिनका है आपसे सरोकार :-
★महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के लिए 28,600करोड़ रुपये आवंटित।
★ वित्त वर्ष 2020-2021 के लिए पोषण आहार योजनाओं के लिए 35,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए l
★सरकार ने अगले 5 वर्षों में बुनियादी सुविधाओं में 100 लाख करोड़ के निवेश की योजना बनाई है।
★120 करोड़ से ज्यादा भारतीयों के पास आधार, आधार कार्ड से भी कर सकेंगे टैक्स का भुगतान।
★मध्यम वर्ग के लिए बजट में बड़ी खबर- 45 लाख का घर खरीदने पर 1.5 लाख की अतिरिक्त छूट।
★कृषि में व्यापक निवेश किया जाएगा, अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने के लिए कई प्रोग्राम उपलब्ध हैं। अगले 5 वर्षों में 10000 संगठन बनाने का प्लान, आने वाले समय में किसानों के लिए बजट लाने की जरुरत नहीं पड़ेगी।
★किराए के मकान के लिए कानून बनेगा।
★छोटे उद्योगों को 59 मिनट में लोन की सुविधा।
(बजट संबंधित आंकड़े भारत सरकार की वेबसाइड-https://www.indiabudget.gov.in/indexhindi.php से लिये गए है ।)