उज्जैन-नगर निगम के महाकाल वन पैकेज वन की लोकायुक्त में जांच चल रही है, जिसका प्रकरण क्र 138/ 2014 है जिसकी आज गुरुवार दिनाँक 30/1/2020 को भोपाल में माननीय लोकायुक्त महोदय के यहा पेशी है जिसमे नगर निगम के द्वारा दो बिंदु की शेष जानकारी का जवाब दिया जाना है लेकिन नगर निगम के शिल्पज्ञ विभाग के भृष्ट यंत्रियों द्वारा पीयूष भार्गव को देवास नगर निगम से छुट्टी दिलवाकर यही बैठा रखा एवम उसी के कहे अनुसार आज लोकायुक्त का जवाब बनाया गया पूर्व में उपयंत्री द्वारा जो फाइनल बिल बनाया था उसमें एक करोड़ उन्यासी लाख (1,79,00000) फर्जी काटे गए थे लेकिन भार्गव को पुनः नई माप पुस्तिका दी गई एवम पुनः बिना किसी आदेश के उससे नया बिल बनवाकर गुमराह किया गया एवम लोकायुक्त में जो कम्परिजन चार्ट का जवाब देना था लेकिन उसको भृष्ट पीयूष भार्गव के अनुसार आज जवाब प्रस्तुत करेंगे कि पीयूष भार्गव द्वारा अभी जो बिल बनाया गया है वह जांच के बाद M I C में प्रस्तुत करेंगे तब तक समय बढ़ाया जाय जबकि फाइनल बिल दिनाँक 13/4/2018 को बनाकर MIC में प्रस्तुत हो चुका है अब नए बिल के लिए किसी ने आदेश नही दिए है फिर भी भार्गव अपने बचाव के लिए नया बिल बनाकर MIC से कुछ गलत कराना चाहता है या भृमित करके कार्यवाही होने के डर से समय बढ़वाना चाहता है जिससे कार्यवाही होने से बचा जा सके नए आयुक्त श्री ऋषि गर्ग को भृमित कर के गलत जवाब बनाकर साइन करवाये गए एवम कल लोकायुक्त में जानकारी भेजेंगे आयुक्त श्री गर्ग को पता नही की इसमें 5 IAS सहित 22 अधिकारी फस रहे है जिनको कोई नही बचा सकता।