पाकिस्तानी मुसलमानों को भारत बुलाने की घृणित सोच


एक अल्प बुद्धिजीवी ने कल एक प्रश्न पूछा कि जब नागरिकता संसोधन कानून के तहत पाकिस्तान ,बांग्लादेश से हिन्दुओ को बुलाया जा रहा है तो मुसलमानों से भेदभाव क्यो ?


आजकल यह प्रश्न आपने भी सुना होगा और कुछ नेता इसका इतना बड़ा बड़ा जवाब दे रहे है जो सामान्य बुध्दि वालो की समझ से परे है । मेरे मन मे विचार आया कि क्यो न अल्प बुद्धिजीवियों को समझाने के लिए सामान्य भाषा मे आंकड़ो के साथ उन्हें समझाने के लिए लेख लिखा जाए । 


पहला जवाब यदि पाकिस्तानी मुसलमानों को भी हां कर दिया जाए कि कोई भी पाकिस्तानी मुसलमान भारत आ सकता है । तो आने वालों में सबसे पहले आएगा आतंकवादी हाफिज सहीद तो कौन अल्प बुद्धिजीवी उसे अपने घर मे जगह देगा जरा खुलकर अपना नाम पता मोबाइल नम्बर जाहिर कर हमें सूचित करें । आपकी पहचान सार्वजनिक की जाएगी । 


चलिए जवाब दूसरा : पाकिस्तान की पूरी आबादी वहां महंगाई से बहुत परेशान है क्योंकि आप जो दूध भारत मे 50 रु लीटर तक खरीद कर पी रहे हो न वहां पर 180 रु लीटर मिलता है । तो इसका अर्थ हुआ पाकिस्तान की आधी मुस्लिम आबादी भारत आ जायेगी । इन्हें रहने के लिए मकान चाहिए तो इन्हें अपने घर मे कौन रखेगा जो नागरिकता संसोधन कानून का विरोध कर रहे है वो रखेंगे ? चलो इनको छोड़ो टीवी डिबेट में जो लोग पाकिस्तानी मुसलमानों के प्रति नरमी दिखाते है क्या वो उन्हें अपने घर मे रखेंगे । 


अब प्रश्न आएगा कि हिंदुओं को क्यो बुला रहे हो तो जवाब है की आजतक पाकिस्तान ने भारत पर जितने भी आतंकवादी हमले किये है वो पाकिस्तानी मुसलमानो ने किये है एक भी हिन्दू आतंकवादी नही है । 
मुसलमानों की कुल आबादी का 1 प्रतिशत भी वहां हिन्दू नही है जो है वो इतने अधिक प्रताड़ित है कि जीवन जीने के लिए बहन बेटियों की इज्जत बचाने के लिए भारत आ रहे है । 


अब जरा अल्प बुद्धि वाले CAA के विरोधियों के दिमाग के जाले साफ करने वाले इन आंकड़ों को देखिए :- 


★एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 164 रु है । पाकिस्तानी रु की कीमत नेपाल से भी कम है । 


★पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी 7.6 अरब डॉलर के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है ।


★पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा था, ''पिछले 10 साल में पाकिस्तान का क़र्ज़ छह हज़ार अरब से 30 हज़ार अरब रुपए तक पहुंच गया है. जो हम चार हज़ार अरब रुपए का सालाना टैक्स इकट्ठा करते हैं उसकी आधी रक़म क़र्ज़ों की किस्तें अदा करने में जाती हैं. बाक़ी का पैसा जो बचता है उससे मुल्क का खर्च नहीं चल सकता है. पाकिस्तान चंद मुल्कों में से है जहां सबसे ज़्यादा ख़ैरात का बोझ है.


★दूध के दाम 180 रुपये प्रति लीटर.इसके अलावा खाने-पीने की वस्तुएं भी महंगी हुई हैं। दूध का दाम 180 रुपये प्रति लीटर हो गया है। इससे जहां एक तरफ बच्चों को दूध नहीं मिल रहा है, वहीं चाय की चुस्की भी लोगों को नसीब नहीं हो पा रही है। सेब चार सौ रुपये प्रति किलो है। इससे लोगों की कमर टूट गई है। 


★पाकिस्तान में अदरक 400 रु. किलो बिक रही है लहसुन 340 रु.किलो बिक रही है । पाक में तुरई 140 से 150 रुपए प्रति किलो, लौकी 120 रुपए प्रति किलो, बंद गोभी 90 रुपए प्रति किलो और शिमला मिर्च 120 रुपए प्रति किलो बिक रही है.इसके अलावा हरी मिर्च 100 रुपए किलो में बिक रहा है.


★पाकिस्तान में 2000 रुपये का हुआ गैस सिलेंडर .


अब विचार कीजिये रोजमर्रा की इन चीजों के भाव भारत मे नियंत्रित है । यदि नागरिकता संसोधन कानून में पाकिस्तानी मुसलमानों को भी अधिकार दे दिया जाए तो आधा पाकिस्तान भारत मे घुसपैठ कर जाएगा । 



जहां भारत में अल्पसंख्यकों को आरक्षण के अलावा भी कई रियायतें दी जाती हैं, वहीं पाकिस्तान में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर कोई ध्यान नहीं जाता। यहां आए दिन हिंदुओं पर अत्याचार किए जाते हैं, उनके घरों को हड़पा जाता है। वहीं अगर उनके धार्मिक स्थलों की बात करें तो वह भी सुरक्षित नहीं हैं। यहां कई हिंदू धार्मिक स्थलों पर हमले किए जाते हैं और जब शिकायतें दायर की जाती हैं, तो उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। 


★90 फीसदी हिन्दू कहा गायब हो गए पाकिस्तान में -


मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि बीते 50 सालों में पाकिस्तान में बसे 90 फीसदी हिंदू देश जनसंख्या गायब हो गयी है । धीरे-धीरे उनके पूजा स्थल और मंदिर भी नष्ट किए जा रहे हैं। हिंदुओं की संपत्ति पर जबरन कब्जे के कई मामले सामने आ रहे हैं। यह संख्या कहाँ गयी तो बड़े पैमाने पर हिंदुओ का धर्मांतरण जबरन करवा दिया जो न माने उनकी बेटियों के साथ क्या हुआ वो आप सबसे छुपा नही है । (सन्दर्भ - 


★95 फीसदी हिंदू मंदिरों को नष्ट किया गया


एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार साल 2014 के आंकड़ों में सामने आया है कि यहां 95 फीसदी हिंदू मंदिरों को नष्ट किया जा चुका है। आंकड़ों के अनुसार साल 1990 के बाद से अल्पसंख्यकों के 428 पूजा स्थलों में से 408 को नष्ट कर, वहां समाधि, शौचायल, टॉय स्टोर, रेस्टोरेंट, सरकारी ऑफिस और स्कूल आदि बनाए गए हैं। केवल 20 ही पूजा स्थल ऐसे हैं जहां पूजा की जा रही है। अगर कहीं कोई मंदिर बचे भी हैं तो उनतक पहुंचने के रास्ते बंद कर दिए गए हैं। ताकि वहां कोई पूजा करने न जा सके।


★ महत्वपूर्ण आंकड़ा -:
1947 में हिन्दुओं की जनसंख्या 20 % तक थी लेकिन छह दशकों में वहाँ के मुस्लिम हिन्दुओं पर बकासुर की तरह टूट पड़े और आज यह हालात हैं कि हिन्दू जनसंख्या 1.6% है जबकि भारत में देखें तो सन् 1951 के बाद हिन्दू जनसंख्या तो 9 प्रतिशत घट गयी जबकि मुस्लिम जनसंख्या 3 प्रतिशत बढ़ गयी है। अर्थात् 1951 में देश में 85 प्रतिशत हिन्दू थे वे 2001 में 80 से भी कम रह गये हैं। और मुस्लिम जनसंख्या 1951 में 10 प्रतिशत थी वो 2001 में बढ़कर 13 प्रतिशत हो गयी। (आंकड़े सन्दर्भ प्रभाशाक्षी न्यूज ग्रुप )



अब एक बात उठती है संविधान के मूल में धर्मनिरपेक्षता है तो धर्मनिरपेक्षता का पालन किया जाए तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि धर्मनिरपेक्ष शब्द इंद्रा गांधी द्वारा संविधान में शामिल किया गया था न कि संविधान के मूल में यह शब्द था । संविधान की प्रस्तावना में भी अब तक एक बार 1976 में संशोधन किया गया है जिसमें 'सेक्युलर' और 'सोशलिस्ट' शब्दों को शामिल किया गया. लेकिन इससे पहले भी पंथनिरपेक्षता का भाव प्रस्तावना में शामिल था.


अब बात आती है कि नागरिकता संसोधन कानून के विरोधी ऐसे भी लोग मिलें जो केवल सरकार के विरोधी है इस लिए सरकार की हर नीति का कानून का विरोध करते है । यदि सरकार स्वच्छ भारत मिशन चलाती है तो यही लोग है जो आपको जगह जगह कचरा फैलाते मिलेंगे क्यो क्योकि इन्हें सरकार का विरोध करना है इनका मकसद सिर्फ विरोध करना है । ऐसे लोगो की एक विशेषता ओर है वो बात बात में अंबानी को अपशब्द कहने लगते है जबकि खुद उनकी जेब मे अंबानी का जिओ है अब जब आप विरोधी होकर उसकी कम्पनी का प्रॉडक्ट खरीदेंगे तो वो अमीर क्यो नही बनेगा फिर उसकी अमीरी से आपको जलन क्यो ? 


(सन्दर्भ -: पाकिस्तान महंगाई संबधित आंकड़े गूगल में पाकिस्तानी न्यूज चैनल के हवाले से लिये गए है ।)